हिसाब के कच्चे तो नहीं हैं हम आप बताइये ?
'पूरे चाँद की एक आधी रात उधार ली थी तुमने हमारी
चौथ की दो चांदनी रातों से कभी कर्ज़ा अदा कर जाओ'
-तुषारापात®™
'पूरे चाँद की एक आधी रात उधार ली थी तुमने हमारी
चौथ की दो चांदनी रातों से कभी कर्ज़ा अदा कर जाओ'
-तुषारापात®™