Wednesday 12 December 2018

आँखों की दावातें

आँखों की दावातें जो न छलकीं थीं तो
क्यूँ गालों से गीली इबारतें मिटा रहा था

#तुषारापात®

मोल

वो चाँदी को ताँबा बना रहा था
सफेद बालों में मेहंदी लगा रहा था

~तुषारापात®