Monday 6 July 2020

चालीस का होना

चालीस का होना 
बढ़े हुए पेट के उस 
उच्चतम बिंदु पर होने जैसा है
जहाँ आकर 
कड़क क्रीज वाली 
आपकी पसंदीदा पतलून 
नखरीली साली की तरह 
आपको हद में रहने की 
चेतावनी देने लगती है 
और मुड़ी तुड़ी क्रीज वाली 
ढीली पतलून सी 
आपकी सीधी साधी पत्नी भी
थोड़े थोड़े ताने सुनाने लगती है 
आप नारे से कमर कसके 
पायजामे से यारी करने लगते हैं

चालीस का होना
आपके माथे का सर के 
उच्चतम बिंदु तक पहुँचने जैसा है
जहाँ आकर 
प्रॉपर्टी डीलर्स की नज़र 
सबसे पहले पड़ती है
वे आपके गंजेपन को 
आपके बड़े बंगले के बाहर लहराते 
पाम के पेड़ों से ढकने के सपने 
आपको बेच चुके होते हैं
आप किस्तों में जीना
सीखना शुरू कर देते हैं  

चालीस का होना 
आपकी नज़र के 
उस उच्चतम बिंदु के पकड़े जाने जैसा है
जहाँ पर 
किसी नवयौवना की नज़र टकराते ही
कड़क फुसफुसाहट में बताती है कि 
अब पलकों की चक्की से 
हुस्न पीसने की बजाय 
गरम मसाले की महँगी चीजों को 
चोरी होने से बचायें
और चक्की वाले पे अपनी नज़रें गड़ायें
आप अपनी नजरें 
नीची करना सीख रहे होते हैं

चालीस का होना 
आधुनिकता के 
उस उच्चतम बिंदु से फिसलने जैसा है
जहाँ आप नॉन स्टिक बर्तनों को
बाँधकर रसोई की टांड़ पर डाल देते हैं 
और पुरानी तरह के
लोहे की कढ़ाई और तवे में 
पत्नी को खाना बनाने को कहते हैं 
आप माँ के हाथ के स्वाद को 
थोड़ा सा ही सही ढूँढ लेते हैं

चालीस का होना 
पिता के जूते के
उच्चतम बिंदु को छूने जैसा है
जहाँ आकर 
आप वे आदतें खुद में पाते हैं 
जिनके लिए आप अपने पिता पे
खीजा करते थे 
आप अपने पैरों को 
पिता के जूतों में ढाल रहे होते हैं

चालीस का होना 
धनुष के घुमाव के
उस उच्चतम बिंदु पर होने जैसा है 
जहाँ तीर टिकाके 
छोड़ा जा चुका होता है
आप
या तो निशाने पे लग चुके होते हैं 
या निशाना चूक चुके होते हैं। 

~तुषारापात