Wednesday 11 October 2017

काश कोई हमसे ये कहता

आँखों के सफेद कागज से लाल अक्षर बीनना चाहती हूँ
तुम्हें पढ़ते होंगें हजारों मैं तुम्हें खुद पे लिखना चाहती हूँ

-तुषारापात®