Thursday 23 July 2015

सौतन सड़क

पैरों में मेरे लिपट के/खूब रोइ/एक रोज गली मेरी
कि तू कैसे किसी/सौतन सड़क का/हमसफ़र हो गया

-तुषारापात®™

डेटॉल

दिल को डेटॉल में भिगो के रखिये
ये इश्क बड़ी संक्रामक बीमारी है

(मानसूनी मौसम में जनहित में जारी)
-तुषारापात®™

खाली हाथ

तू है शहंशाह/हाथी घोड़े/अपने नाम के महल/छोड़ जायेगा
'तुषार'/एक मामूली शायर/बस/कागज़ कलम/छोड़ जायेगा
उसके घर/झुका सर लेकर/मैं भी पैदल/तू भी/पैदल जायेगा

-तुषारपात®™