Tuesday 1 December 2020

रुआब

तूने बनायी हैं मंज़िलें ऊँची तो मुझको न दिखला रुआब
पत्थर हूँ मील का,रस्ता नहीं जो तेरे पैरों तले आ जाऊँगा

#तुषारापात