बना रहने दो जो है ये पम्बे सा रिश्ता
हवा हो जाएगा जो ज़ोर से बुलाओगे
कोई न कोई ख़्वाब सर उठायेगा
तकिये से अपना सर जब लगाओगे
उभर आएंगीं गालों पे भीगी आयतें कुछ
मेरे नाम के मनके गर उँगलियों पे फिराओगे
हमारी बेबसी बन जायेगी इक तमाशा
बैसाखियों को गर पायल तुम पहनाओगे
ज़माना जान जाएगा के शायर था कौन
'तुषार' की मजार पे गर शमा तुम जलाओगे
*पम्बा= रुई का छोटा टुकड़ा
~तुषार सिंह#तुषारापात®