Saturday 8 July 2017

सितारों के धागे

दुआ को जब भी अपने हाथ उठाए आसमाँ मुँह चिढ़ा के हँसा
तेरी हथेलियों के धागों में तकदीर का इक सितारा भी न फँसा

-तुषारापात

No comments:

Post a Comment