Monday 29 April 2019

प्रयाग/इलाहाबाद

तुम्हारे बाद भी
इलाही ये शहर बहुत आबाद रहा
गंगा है जमुना है मगर ओ सरस्वती!
तुम्हारे बाद प्रयाग न रहा, इलाहाबाद रहा।

#तुषारापात®

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