तुषार सिंह 'तुषारापात' हिंदी के एक उभरते हुए लेखक हैं जो सोशल मीडिया के अनेक मंचों पे बहुत लोकप्रिय हैं इनके लिखे कई लेख, कहानियाँ, कवितायें और कटाक्ष सभी प्रमुख हिंदी अख़बारों में प्रकाशित होते रहते हैं तथा रेडियो fm पर भी कई कार्यक्रमो के लिए आपने लिखा है। कुछ हिंदी फिल्मों के लिए आप स्क्रिप्ट भी लिख रहे हैं।
आप इन्हें यहाँ भी पढ़ सकते हैं: https://www.facebook.com/tusharapaat?ref=hl
Sunday 16 July 2017
लम्हों की फसल
किसी की जुदाई का दिन कुछ पलों को उसमें बो गया
न काटी गईं रातों के लम्हों की फसल लहलहा रही है
खबर पक्की है उसकी नई किताब जल्द आ रही है।
#तुषारापात®
No comments:
Post a Comment