Monday 4 November 2019

ज़हरीली हवाओं से मोबाइल भी नहीं बचेंगें

एक अंधेरे रूम में
छोटी छोटी पाँच बत्तियाँ धुँधला रहीं हैं
बोर्ड पर लगा फ्यूज इंडिकेटर
सेटटॉप बॉक्स और उसका अडॉप्टर
स्टैण्ड बाई टीवी और
मॉस्किटो किलर
और इनके साथ
सीलिंग फैन का शोर
जैसे उल्टा लटका हो कोई हैलीकॉप्टर 
व्हाइट पर्दा विंडो पर
फड़फड़ा रहा है
बिस्तर पर एक मोबाइल
औंधे मुँह पड़ा है
जिसके एक कोने से
छोटी सी एक बत्ती
बीच बीच में जगमगा के
चार्जिंग माँगती है
मोबाइल थोड़ा सा काँपता है
शांत हो जाता है फिर काँपता है
लेकिन उसे चार्जिंग में लगाने
कोई नहीं आता,तड़पता मोबाइल
बिस्तर के दूसरी ओर
दो बेजान हाथों को एक सीने से
लिपटा देखता है और देखता है
साँस को तरसता,खुला हुआ
एक बेजान मुँह
कमरे में हवा तो थी पर साँस नहीं
ज़हरीली हवाओं से मोबाइल भी नहीं बचेंगें।

#तुषारापात®

हवा है साँस नहीं

एक अंधेरे रूम में
छोटी छोटी पाँच बत्तियाँ धुँधला रहीं हैं
बोर्ड पर लगा फ्यूज इंडिकेटर
सेटटॉप बॉक्स और उसका अडॉप्टर
स्टैण्ड बाई टीवी और
मॉस्किटो किलर
और इनके साथ
सीलिंग फैन का शोर
जैसे उल्टा लटका हो कोई हैलीकॉप्टर  व्हाइट पर्दा विंडो पर
फड़फड़ा रहा है
बिस्तर पर एक मोबाइल
औंधे मुँह पड़ा है
जिसके एक कोने से
छोटी सी एक बत्ती
बीच बीच में जगमगा के
चार्जिंग माँगती है
मोबाइल थोड़ा सा काँपता है
फिर शांत हो जाता है
ऐसे ही होगा हमारा अंत
पाँचो इन्द्रियाँ धुँधलाने लगेंगीं
यमराज का गड़गड़ाता रथ
कफ़न लेकर आने लगेगा
और हम,बिस्तर पर औंधे पड़े
बस एक साँस माँग रहे होंगे
लेकिन हवा पहले ही मर चुकी होगी
और हम अपनी आखिरी साँस से
उसे थोड़ा और मार जायेंगें
सब यूँ ही जल्दी मर जायेंगें।

#तुषारापात®